बरेली जिला अस्पताल में इलाज के अभाव में पिता की गोद में बच्ची ने दम तोड़ा। मामले में योगी ने एक डॉक्टर को किया निलंबन। दूसरे सीएमएस पर लटकाए जांच की तलवार।
बरेलीःएक जमाना था डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता था।लेकिन आज की कुछ चंद्र डॉक्टर ने अपने स्वार्थ
के कारण मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार करना शुरू कर दिया है। जिसका खामियाजा आम जनता को उठाना
पड़ रहा है। ऐसा ही एक गंभीर मामला बरेली के जिला अस्पताल का प्रकाश में आया है जहां एक निहायती गरीब
व्यक्ति अपनी गंभीर रूप से बीमार बच्ची को बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचा। वहां पर परिजनों की काफी मिन्नत
के बाद बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कर दिया लेकिन बच्ची का ट्रीटमेंट ना मिलने के कारण लगातार
उसकी हालत गंभीर होती चली गई। जब की बच्ची के पिता का आरोप है कि जिला अस्पताल में बाल रोग
विशेषज्ञ मौजूद थे जिनके रहने के बावजूद बच्ची को जिला अस्पताल से महिला जिला अस्पताल को ट्रांसफर किया
गया। वहां भी जब बच्ची को ट्रीटमेंट ठीक ढंग से नहीं मिला तो परेशान पिता बच्ची को गोद में लेकर दर-दर की
ठोकरे खाते डॉक्टरों से मिन्नत करते रहे करते रहे कि मेरी बेटी का ट्रीटमेंट कर दीजिए ताकि मेरी बच्ची।भला डॉक्टर
का दिल नहीं पसीजा क्योंकि डॉक्टर भगवान की जगह मौजूदा स्थिति में शैतान बन चुका है। देखते देखते पिता
की गोद में ही बच्ची की सांसें थम गई। इसकी जानकारी बरेली के मीडिया बंधु को लगी। उन्होंने इस खबर को
अपने चैनल पर जमकर चलाया। जहां एक तड़पती हुई बच्ची इलाज के अभाव में पिता की गोद में तड़प तड़प कर
मर गई। जैसी यह खबर सोशल मीडिया में जमकर ट्रेंड हुई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले
को संज्ञान में लेते हुए सख्त रुख अख्तियार करते हुए बरेली के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को तत्काल प्रभाव से
निलंबित कर दिया। और जिला महिला अधीक्षका डॉ अलका शर्मा के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए।
हम जांबाज मीडिया कर्मियों का तहे दिल से स्वागत करते हैं जिन्होंने अपनी बेहतरीन कवरेज से दोषी
सीएमएस के खिलाफ सख्त कार्यवाही कराई। हमें अफसोस इस बात कि हम मीडियो कर्मी एक बच्ची की
जान नहीं बचा सके।लेकिन कम से कम एक बच्ची के दोषी हत्यारे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करा सके।
रिपोर्ट संवाददाता टाइगर पोस्ट न्यूज नेटवर्क बरेली