दारू पार्टी के लिए मैसूर है घँघरी प्राथमिक विद्यलय
गिरिडीह (रंजन कुमार) :आजादी के 71 साल बाद भी घंघरी प्राथमिक विद्यालय के मासूम बच्चे पीने की पानी है
एवं शौचालय की सुविधा से मरहूम क्यों हैं।क्या यह सर्व शिक्षा अभियान और माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी
की स्वच्छता अभियान पर करारा तमाचा नहीं है।इस पूरे मामले पर सत्ताधारी दल के लोग भी खामोश क्यों हैं
भारतीय जनता पार्टी के तमाम जनप्रतिनिधि ,पदाधिकारी गणों ने घंघरी विद्यालय शौचालय गबन मामले को संज्ञान
में लेकर अब तक प्रेस विज्ञप्ति जारी करके। इसके साजिशकर्ताओं दोषी विभागीय लोग एवं स्थानीय लुटेरा
सिंडीकेट के नाम का पर्दाफाश क्यों नहीं किया जबकि इस पूरे मामले में हजारों सबूत पब्लिक के सामने है।भाजपा के
लोगों की लापरवाही और निष्क्रियता के कारण आज तक घंघरी विद्यालय शौचालय प्रकरण के साजिशकर्ताओं का
नाम भी अखबारों में मीडिया में नहीं छप सका इस स्कूल का पारा शिक्षक खुलेआम स्कूल परिसर में पार्टी विशेष का
कार्य करते हुए पाया गया ।लेकिन इसके बावजूद भी भाजपा के किसी भी नेता ने अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए
प्रेस विज्ञप्ति जारी करने की जहमत नहीं उठाई जिससे पार्टी के निचले स्तर के कार्यकर्ताओं में घोर मायूसी है और
कार्यकर्ताओं का एनर्जी भी लॉस्ट हो रहा है शिक्षा के क्षेत्र में इतनी बड़ी लापरवाही के बावजूद भाजपा के लोग
मूकदर्शक बने हुए हैं जिससे पब्लिक के अंदर भी पार्टी के प्रति नकारात्मक सोच बन रहा है ।अगर आप किसी
गुनहगार को कटघरे में नहीं खड़ा कर सकते तो। फिर आपकी आगे की राजनीतिक डगर कांटों भरी ताज होगा।
NOTE:- विडंबना देखिए आज अगर इस जगह पर भाजपा का कोई कार्यकर्ता या पारा शिक्षक इस पूरे प्रकरण का जिम्मेदार होता तो…
पार्टी विशेष के लोग पूरे बगोदर के सड़कों में आंगन कादो करके कुर्थी बुन देते।